फ़िल्म: आमने-सामने / Aamne Saamne (1967)
गायक/गायिका: मोहम्मद रफ़ी
संगीतकार: कल्याणजी-आनंदजी
गीतकार: आनंद बख्शी
अदाकार: शशि कपूर, शर्मिला टैगोर
नैन मिलाकर चैन चुराना किसका है ये काम – 2
हमसे पूछो हमको पता है उस ज़ालिम का नाम – 2
नैन मिलाकर चैन…
वो आया तो खो गई ये सारी महफ़िल
देखा इस अन्दाज़ से सब खो बैठे दिल
थोड़ा सा वो मेहरबाँ थोड़ा सा क़ातिल
वो जिसकी हर एक अदा पर लाखों हैं इल्ज़ाम
हमसे पूछो हमको…
किसका ग़ुस्सा है भला जिसपे आए प्यार
ऐसा दुश्मन हाय रे जिसको समझे यार
सोचो तो वह कौन है शर्मीला दिलदार – 2
जिसकी मस्त नशीली नज़रें ऐसी जैसे जाम – 2
हमसे पूछो हमको…
जागी-जागी सी ज़रा कुछ सोई-सोई – 2
आँखें भी उस शोख की हैं खोई-खोई – 2
शोला है वो फूल है या सपना कोई – 2
जिसकी ख़ातिर कोई भी हो सकता है बदनाम
हमसे पूछो हमको…
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